छोटी कहानी इन हिंदी

छोटी कहानी इन हिंदी : हर रोज़ की तरह आज भी अमित जी साँझ होते ही अपने घर के बाहर बने लम्बे से बरामदे में आकर बैठ गये । हाथ में मोबाइल और अख़बार आँखों पर चश्मा और आते जाते लोगों को दुआ सलाम रिटायरमेंट के बाद यह दिनचर्या का हिस्सा अब बड़ा ख़ास लगने