Desi Kahaniyan : बहू के गहनों का मोल नहीं था
Desi Kahaniyan : बहू के गहनों का मोल नहीं था: दोपहर के 2:00 बज रहे थे। घर का दरवाजा खुला हुआ ही था। सौम्या हॉल में बैठकर खाना खा रही थी। अभी पहला निवाला मुंह में लिया ही था कि घर के बाकी सदस्य चेहरे पर उदासी लिए घर में घुसे।सौम्या ने अपना खाना जारी … Read more