Amazing Story कोई इस दिल का हाल क्या जाने… एक ख़्वाहिश हज़ार तह-ख़ाने
कोई इस दिल का हाल क्या जाने… Amazing story:एक अखबार वाला प्रात:काल लगभग 5 बजे जिस समय अख़बार देने आता था, उस समय रमेश बाबू उसको अपने मकान की गैलरी में टहलते हुए मिल जाते थे । प्रतिदिन वह रमेश बाबू के आवास के मुख्य द्वार के सामने चलती साइकिल से निकलते हुए अख़बार फेंकता