Laghu Kathaye | दोस्तों दुनिया क्या सोचती है इससे कुछ भी फर्क नहीं पड़ता है।
Laghu Kathaye: यह कहानी है एक बूढ़े आदमी की। ऐसा बूढ़ा आदमी जो अपने बुढ़ापे में अपने बेटी और बेटों के द्वारा ठुकराए जाने पर अपने लिए दो वक्त की रोटी तक जुटाने में कठनाईं मेहसूस करता है। फिर भी वह हिम्मत करके होलसेल की दुकान से अपने पास पड़े चंद रुपयों की पेन खरीदता