Desi Kahani बचपन और कैरियर
Desi Kahani: यह बात उस समय की है जब मैं बहुत छोटी थी शायद चार साल या उससे भी थोड़ी छोटी । हुआ यह कि हमारी कॉलोनी में एक भिखारी अपनी गोदी में एक छोटे से बच्चे को लेकर भीख मांग रहा था। वह रो – रो कर कह रहा था कि इस बच्चे की
Desi Kahani: यह बात उस समय की है जब मैं बहुत छोटी थी शायद चार साल या उससे भी थोड़ी छोटी । हुआ यह कि हमारी कॉलोनी में एक भिखारी अपनी गोदी में एक छोटे से बच्चे को लेकर भीख मांग रहा था। वह रो – रो कर कह रहा था कि इस बच्चे की
छोटे घर की बेटी “कविता मेरे कमरे का ए.सी.क्यों बंद किया कल रात को? कितनी बैचेनी हो रही थी,हमारे घर में पूरी रात ए.सी.चले तो भी हम बिल की चिंता नहीं करते? तुम्हारे मायके की तरह नहीं कि 10 लोगों के बीच एक ही कूलर हो,सारे एक ही जगह सोते हो,पता नहीं सबको हवा कैसे
मैं चुप हूं इसलिए तुम ताकतवर हो Short Story: ‘ राजू, ओ राजू! जरा जल्दी से बाहर तो आओ। तनिक जरूरी काम है’ ‘क्या हुआ बापू? सुबह-सुबह गला फाड़े जा रहे हो’ ‘अरे, तुझे पता है रामदीन काका की फुलवा वापस ससुराल से पीहर आ गई’ ‘क्यों इस बार क्या बात हो गई’ ‘ पता
Motivational Short Story in Hindi :किसको विवाह कहते हैं? ◆ क्या नाचने गाने को विवाह कहते हैं? ◆ क्या दारू पीकर हुल्लड़ मचाने को विवाह कहते हैं? ◆ क्या रिश्तेदारों और दोस्तों को इकट्ठा करके दारु की पार्टी को विवाह कहते हैं ? ◆ डी.जे. बजाने को विवाह कहते हैं? ◆ नाचते हुए लोगों पर
Desi khani: भाभी तुम भी तो एक बेटी की मां हो। नैना के पैर बाहर ही दरवाजे पर ही रुक गए। नैना की आंखों में आंसू आ गए। ऐसा लगा जैसे किसी ने लोहे की जंजीरों में उन पैरों को बांध दिया हो। उसे बिल्कुल उम्मीद नहीं थी कि गरिमा भाभी यह सब कह देगी।
Parivarik Kahani: रिश्तों को बैलेंस करना आना चाहिए” अरे सुनो, मयंक को फोन करके कहना कि मेरे लिए दवाईयां लेते आए। दवाइयां आज खत्म हो जाएगी “सरला जी अंदर कमरे आते हुए बोली। ” अब तुम मयंक को क्यों कह रही हो? बहू को बोलो ना। दवाई तो वो लेकर आएगी। कितनी बार कहा है
Emotional Story in Hindi : वो तो सौतेली मां है। :- अनुराधा की आंखों से निरंतर आंसू बहे जा रहे थे। उसे समझ ही नहीं आ रहा था कि आखिर उसकी कोशिश में कहाँ कमी रह जाती है। इतनी कोशिश अगर भगवान को मनाने के लिए करती तो शायद भगवान ही मिल जाते। इतना परेशान
kahani Gungi Gudiya: अब किस बात की माफी मांगते हो। वक्त भी चला गया और वो लोग भी चले गए, जिनके सामने तुमने मुझे बेइज्जत किया था। भला एक पुरूष औरत के सामने माफी मांगते हुए अच्छा नहीं लगता”कहकर नीता रसोई में चली गई। अरविंद वहीं बैठा उसे देखता रहा। उसे याद आ गया वो
Sachi Kahani: पति को संभोग सुख दो तो वो तुम्हे दुनिया के सारे सुख देगाअपनी सहेलियों मां और चाची से ये बात हमेशा सुनती आरही थीलेकिन असल में कमी कुछ और थी Sachi Kahani Hindi me 35 साल की उम्र में मेरा विवाह हुआ ये काफी लेट समय था और जिससे मेरी शादी हुई उसकी
“Desi Kahani Net: ननद रानी मुझे सलाह देने की जगह आप अपना ससुराल संभालो” का वर्णन करते हुए, आप कह सकते हैं कि ये हिंदी भाषा में लिखी हुई कहानियां हैं जो भारतीय संस्कृति, परंपरा और लोगों के जीवन की घाटाओं पर आधारित होती हैं। ये कहानियाँ अलग-अलग विषयों पर लिखी जाती हैं जैसे प्रेम,